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आचार्य श्री 108अभिनंदन सागर जी के जन्म भूमि तपोभूमि पर राष्ट्र संत गुरुमां गणिनी आर्यिका 105श्री सुप्रकाशमति माताजी की प्रेरणा एवम मार्ग दर्शन से निर्मित अभिनंदन साधना केंद्र त्रिमूर्ति पंच तीर्थ अतिशय क्षेत्र जो पूरे भारत वर्ष में अपने आप में इकलौता क्षेत्र है जहां जैन आस्था के पंच तीर्थ *सम्मेद शिखर,कैलाश पर्वत, मंदारगिरी,गिरनार एवम पावापुरी पदम सरोवर की प्रति कृति का निर्माण हुआ है| जहां पर स्वर्ण भद्र कूट की टोंक के नीचे गुफा में मां पद्मावती और क्षेत्रपाल धरणेन्द्वि विराजमान है |
fmd_good Salumbar, Sheshpur, Udaipur, Rajasthan, 313038
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