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श्री चन्द्रवीरांचल तीर्थक्षेत्र ग्रेटरनोएडा जो कि पूज्य गुरुवर आचार्य श्री भारतभूषण की पावन प्रेरणा व समाज के अथक प्रयासों से वर्ष 2015 में निर्मित हुआ ।
इस स्थान पर पहले एक चैत्यालय था, जहां अब नवीन मन्दिर बहुत ही भव्य व मनोहारी बना हुआ है, यहाँ पर मूलनायक भगवान श्री चन्द्रप्रभ जी की अदभुत अतिशयकारी प्रतिमा जी मुख्य वेदी में विराजमान हैं, जिनके मुखमंडल से द्रष्टि हटा पाना सहज कार्य नही है ।
मूल वेदी में श्री आदिनाथ भगवान श्री वासुपूज्य भगवान, श्री चन्द्रप्रभ भगवान व सिद्ध परमेष्ठी जी की प्रतिमा है ।
मूल वेदी के बायीं ओर कृष्ण पाषाण निर्मित श्री मुनिसुव्रतनाथ जी की प्रतिमा के साथ आदिनाथ भगवान व महावीर भगवान की प्रतिमा विराजमान हैं ।
मूल वेदी के दायीं ओर कृष्णपाषाण से बनी हुई भगवान नेमिनाथ जी की प्रतिमा के साथ श्री शांतिनाथ व श्री पार्श्वनाथ भगवान की प्रतिमाएं विराजमान हैं ।
मन्दिर के प्रांगण में ही, खड्गासन में श्री आदिनाथ भरत व बाहुबली भगवान की मनोहर प्रतिमाएं है, इस वेदी के सामने ही वर्तमान शासन नायक श्री महावीर भगवान का सुंदर समवसरण मन्दिर में चतुर्मुख प्रतिमा विराजित है ।
बाहर प्रांगण में सुंदर मानस्तम्भ बना हुआ है, जिसमे चन्द्रप्रभ भगवान की 4 प्रतिमाएं व शीर्ष पर पद्मप्रभ जी, पुष्पदंत जी, शीतलनाथ जी व अनंतनाथ भगवान जी की प्रतिमाएं विराजित है, यहां 17 सितंबर 2021 को भगवान महावीर स्वामी की 21 फुट ऊंची पद्मासन प्रतिमा जी विराजमान की गई है। जिसके पंचकल्याणक निकट भविष्य में धूमधाम से सम्पन्न होने हैं ।
यहां से लगभग 15 किमी सुन्नपुरा गाँव मे एक जिन मन्दिर व पशु पक्षियों का चिकित्सालय भी है, जो कि दर्शनीय स्थान है । यहां से कुछ ही दूरी पर ग्रेटर नोएडा (west) समाज के अथक प्रयासों से नवीन जिनालय का निर्माण हुआ है, जो कि बहुत सुंदर व दर्शनीय है ।
इतिहास के कई अंजान प्रकरणो का गवाह रहा क्षेत्र (वर्तमान में ग्रेटर नोएडा) अब उप्र के अतिविकसित शहरों में है ।
यह स्थान दिल्ली आगरा मार्ग यमुना एक्सप्रेसवे से व पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के नजदीक है । दिल्ली मेट्रो की सुविधा अल्फा1 डेल्टा मेट्रो स्टेशन से 1-2 किमी की दूरी पर है ।
श्री चन्द्रवीरांचल तीर्थक्षेत्र ग्रेटरनोएडा तीर्थ में धर्मशाला की व्यवस्था भी उपलब्ध है, (5 कमरे)
fmd_good RB-8,, Beta-2, Greater Noida, Uttar Pradesh, 201308
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