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call for peace

Call for peace to the entire Jain community

Today a meeting of local administrative officers, tribal society and officials of local Jain organizations was held peacefully and peacefully in Sammed Shikharji. In which it was decided that all the people would live in Hill Mill. As the tradition is going on, so it will continue. Whose video has been released.

The way it is being propagated on social media, there is no atmosphere of disturbance and nuisance in Sammed Shikharji, everyone lives together.

For many years, on Makar Sankranti January 15 at Shikharji, thousands of local tribal communities visit the mountain for a day's darshan. This is their tradition. We did not put any kind of hindrance in this. Don't do any kind of wrong propaganda. Neither any kind of comments or inflammatory speeches should be cut. Right now the situation is critical and everyone has to be taken care of and have patience. It was agreed in the meeting that it is and will remain the center of Jain faith and the local community will always stand with the Jain community and will remain so.

Especially on 15th January. It is Shri Prasannasagarji Maharaj's Patna, everyone went to Maharaj and assured that on that day the Parana would be completed smoothly. Therefore, it is a request to the Jain community of the country that those who go to the mountain on 15th should not make misleading propaganda in any way. It is most requested that this message should reach every Jain community.


1 year ago

By : Shri Digamber Jain Global Mahasabha

शांति का आह्वान

पूरे जैन समाज से शांति का आह्वान

आज सम्मेद शिखरजी में स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी, आदिवासी समाज व स्थानीय जैन संस्था के पदाधिकारीयों की सद्भावना व शांति पूर्वक मीटीग हुई। जिसमें यह तय किया गया कि सभी लोग हिलमिल के रहेंगे। जैसी परंपरा चली आ रही, वैसी ही चलेगी। जिसका विडीयो जारी हुआ है।

जिस तरह सोशल मीडिया पर प्रचारित हो रहा है वैसा सम्मेद शिखरजी में किसी तरह की अशांति व उपद्रव का वातावरण नही है सभी आपस में हिलमिल कर रहते है ।

कई वर्षों से शिखरजी में मकर संक्रांति 15 जनवरी को हज़ारों की संख्या में स्थानिय आदिवासी समुदाय पहाड़ पर एक दिन के लिए दर्शन करने जाते हैं। ये उनकी परंपरा है। इसमें हम किसी तरह की बाधा नहीं डाले। किसी तरह का ग़लत प्रचार न करे । न किसी तरह के कमेंट या भड़काऊ भाषणबाज़ी कटे । अभी स्थिति नाज़ुक है व सभी को सम्हाल कर लेना है व संयम रखना है। मीटिंग में यह माना गया कि ये जैनो के आस्था का केंद्र है व रहेगा व स्थानीय समाज हमेशा जैन समाज के साथ खड़ा है व रहेगा

विशेष रूप से 15 जनवरी को आ. श्री प्रसन्नसागरजी महाराज का पाटणा है, सभी ने महाराज के पास जाकर आश्वस्त किया कि उस दिन पारणा निर्विघ्न संपन्न होगा | अतः देश की जैन समाज को निवेदन है कि 15 तारीख़ को जो पहाड़ पर जाये उनका किसी तरह भ्रामक प्रचार नहीं करे।सबसे निवेदन है कि ये मेसेज हर जैन समाज तक पहुँचाये।


1 year ago

By : Shri Digamber Jain Global Mahasabha