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Mithilapuri janm kalyank

The birth Kalyanak festival of Lord Mallinath Swamy was celebrated in Mithilapuri for the first time....
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Mithilapuri (Sitamarhi/Bihar) :- Shri Mithilapuri ji pilgrimage area where 19th Tirthankar Lord Mallinath Swami and 21st Tirthankar Lord Naminath Swami decorated with four Kalyanak (womb, birth, penance, only knowledge) mythological and restored. Jain pilgrimage.

Date - Three Kalyanak Utsav celebrated on 03 December 2022...

This was the first time when three Kalyanak were organized with great pomp on the land of Tirthankar. Bihar State Digambar Jain Teerth Kshetra Committee bought land near Nepal border a few years back and re-establishment of Lord Mallinath Swami and Lord Naminath Swami's beautified pilgrimage on May 09, 2022 with the auspicious company of Acharya Shree 108 Pramukh Sagar Ji Maharaj.

Prabhat Pheri was taken out on Janmakalyan on 03 December 22...

On the auspicious occasion of the birth anniversary of the 21st Tirthankar Lord Mallinath Swami, at 06:00 am, all the devotees took the beautiful idol of the Lord on their head and toured the city and brought it to the Mithilapuri pilgrimage. After this, all the Jain followers absolved their bad deeds by anointing the feet installed on the pilgrimage.

Pooja and grand consecration of all the three idols were done together at Mulvedi...

It may be noted that on December 03, apart from the pilgrims, officials of other pilgrimages reached the birth and penance Kalyanak of Lord Mallinath Swami and Kevalgyan Kalyanak of Lord Naminath Swami and all the people celebrated the Kalyanak festival with full devotion. First of all, all the people performed Jalabhishek of the idols of Lord Adinath, Lord Mallinath and Lord Naminath Swami with music, and then Shantidhara, after completing the program of worship, chanted the Lord.

Maharati performed with 21 lamps...

After Abhishek, Shantidhara, all the people present made their lives successful by performing grand Mahaarti of 21 lamps.

Thanks to all the donors who have contributed to the development of the pilgrimage...

Honorary Minister of Bihar State Digambar Jain Teerth Kshetra Committee Mr. Parag Jain said that this is a moment of pride for all of us in Jain history. Where 112 Kalyanak pilgrimage had been established in 120 Kalyanak. But it was left to establish 08 Kalyanak pilgrimage. Today 08 Kalyanak Tirtha "Shri Mithiladham Tirtha" was established with the mutual cooperation of the donors and everyone. But the pilgrimage has taken its step towards development. We all must visit the restored shrine of Bhavna Bhaye and cooperate in the construction of more and more huge temples and dharamshalas so that the visitors who come to visit the shrine can stop here and enjoy the darshan and worship.
 Ravi Kumar Jain - Patna


1 year ago

By : Shree Mithilapuri Ji Digamber Jain Teerth Kshetra

Mithilapuri janm kalyank

प्रथम बार मिथिलापुरी में मनाया गया भगवान मल्लिनाथ स्वामी का जन्म कल्याणक महोत्सव....
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मिथिलापुरी (सीतामढ़ी/बिहार) :- श्री मिथिलापुरी जी तीर्थ क्षेत्र जहाँ 19वें तीर्थंकर भगवान मल्लिनाथ स्वामी तथा 21वें तीर्थंकर भगवान नमिनाथ स्वामी के चार - चार कल्याणक (गर्भ, जन्म, तप, केवलज्ञान) से सुशोभित पौराणिक तथा पुर्नस्थापित जैन तीर्थ है।

दिनांक - 03 दिसम्बर 2022 को मनाया गया तीन कल्याणक उत्सव...

यह प्रथम अवसर रहा जब तीर्थंकर की कल्याणक भूमि पर प्रथम बार तीन कल्याणक धूमधाम के साथ आयोजित की गई। बिहार स्टेट दिगम्बर जैन तीर्थ क्षेत्र कमिटी द्वारा कुछ वर्ष पूर्व ही नेपाल बॉर्डर के समीप जमीन खरीद कर भगवान मल्लिनाथ स्वामी एवं भगवान नमिनाथ स्वामी के चार- चार कल्याणक से सुशोभित तीर्थ की पुर्नरस्थापना 09 मई 2022 को आचार्य श्री 108 प्रमुख सागर जी महाराज के मंगल सानिध्य में सम्पन्न कराई थी।

03 दिसम्बर 22 को जन्मकल्याणक पर निकाली गई प्रभात फेरी...

21वें तीर्थंकर भगवान मल्लिनाथ स्वामी के जन्मकल्याणक के पावन अवसर पर प्रातः 06:00 सभी भक्तजनों द्वारा प्रभु के मनोहर प्रतिमा को सर पर विराजमान कर नगर भ्रमण करके मिथिलापुरी तीर्थ पर लाया गया। इसके पश्चात सभी जैन अनुयायी द्वारा तीर्थ पर स्थापित चरण का जलाभिषेक करते हुए अपने बुरे कर्मो का क्षय किया।

मुलवेदी पर एकसाथ तीनों प्रतिमा का किया गया पूजन तथा भव्य अभिषेक...

विदित हो कि 03 दिसम्बर को भगवान मल्लिनाथ स्वामी के जन्म एवं तप कल्याणक तथा भगवान नमिनाथ स्वामी के केवलज्ञान कल्याणक पर तीर्थयात्रियों के अलावे अन्य तीर्थ के अधिकारीगण पहुँचे तथा सभी लोगों ने पूरे भक्तिभाव के साथ कल्याणक पर्व भावपूर्वक मनाया। सर्वप्रथम सभी लोगों ने गाजेबाजे के साथ भगवान आदिनाथ, भगवान मल्लिनाथ तथा भगवान नमिनाथ स्वामी की प्रतिमा का जलाभिषेक किया तत्पश्चात शांतिधारा, पूजन की विधि का कार्यक्रम सम्पन्न करते हुए प्रभु के जयकारे लगाये।

21 दीपो से की गई महाआरती...

अभिषेक, शांतिधारा के पश्चात उपस्थित सभी लोगों ने 21 दीपो की भव्य महाआरती कर अपने जीवन को सफल किया।

तीर्थ विकास में सहयोग कर रहे सभी दातारो को दिया गया धन्यवाद...

बिहार स्टेट दिगम्बर जैन तीर्थ क्षेत्र कमिटी के मानद मंत्री श्री पराग जैन ने कहा कि जैन इतिहास का ये हमसभी लोगो के लिए गौरव का क्षण है । जहाँ 120 कल्याणक में 112 कल्याणक तीर्थ की स्थापना की जा चुकी थी। परन्तु 08 कल्याणक तीर्थ की स्थापना करना शेष रह गया था। दानवीरों एवं सभी के परस्पर सहयोग से आज 08 कल्याणक तीर्थ की स्थापना "श्री मिथिलाधाम तीर्थ" पर कर दी गयी है तथा तीर्थ विकास की ओर अपना कदम बढ़ा चुका है। हम सभी अवश्य भावना भाये की पुर्नरस्थापित तीर्थ की दर्शन अवश्य करें तथा अधिक से अधिक विशाल मंदिर एवं धर्मशाला निर्माण में सहयोग करें ताकि तीर्थ दर्शन को आने वाले दर्शनार्थी यहाँ रुककर दर्शन पूजन का आनन्द उठा सके।
 रवि कुमार जैन - पटना


1 year ago

By : Shree Mithilapuri Ji Digamber Jain Teerth Kshetra