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The birth and penance of Lord Naminath was celebrated for the first time at Mithilapuri pilgrimage...

Janma Kalyanak Utsav was celebrated for the first time in Shri Mithilapuri, the birthplace of Tirthankar Naminath Swami...

Mithilapuri (Sitamarhi/Bihar) :- Date- 23 July 2022 (Thursday) This is the holy day when it is the first occasion in the history of Jainism when the twenty-first Tirthankara Lord Naminath Swami was born after centuries and  Tapa Kalyanak Utsav for the first time in his Kalyanak Bhoomi "Shri Mithilapuri Ji Tirtha Kshetra, Mallivada, Janakpuri Road, Nepal Border, Sitamarhi (Bihar)“ It was organized with devotional fanfare. Where the devotees worshiped the Lord with full devotion. In the program organized, first of all the consecration and worship of the Lord took place in the morning. After this, the good fortune of Shantidhara went to the virtuous family Mr. Ajay Kumar ji Jain, wife - Mrs. Vimlesh ji Jain family, Ara/Patna.

On the auspicious occasion of Lord Naminath Swami's birth and Tapa Kalyanak, the outer courtyard of the temple was beautifully decorated with pylons etc. Giving information, Shri Mithilapuri Teerth's manager Sonu Jain and Deputy Manager Pankaj Jain said that since the restoration of Shri Mithilapuri Teerth, the movement of pilgrims has increased on the pilgrimage. . The construction work of the temple and the rooms for the passengers is going on at a fast pace.

All Jains across the country are requested to cooperate more and more for the development of the pilgrimage so that the construction work can be accelerated.

Shri Mithilapuri Teerth Contact Contact -
9155046125 (Sonu Jain)
8540074584 (Pankaj Jain)

Compiler - Ravi Kumar Jain - Rajgir


2 years ago

By : Shree Mithilapuri Ji Digamber Jain Teerth Kshetra

मिथिलापुरी तीर्थ पर प्रथम बार मनाया गया भगवान नमिनाथ का जन्म एवं तप कल्याणक उत्सव...

तीर्थंकर नमिनाथ स्वामी की जन्मभूमि श्री मिथिलापुरी जी में प्रथम बार मनाया गया जन्म कल्याणक उत्सव...

मिथिलापुरी (सीतामढ़ी/बिहार) :- दिनांक- 23 जुलाई 2022 (गुरुवार) ये वह पावन दिन है जब जैन धर्म के इतिहास में प्रथम अवसर है जब शताब्दियों बाद इक्कीसवें तीर्थंकर भगवान नमिनाथ स्वामी की जन्म एवं  तप कल्याणक उत्सव प्रथम बार उनकी कल्याणक भूमि "श्री मिथिलापुरी जी तीर्थ क्षेत्र, मल्लीवाड़ा, जनकपुरी रोड, नेपाल बॉर्डर, सीतामढ़ी (बिहार)“ में भक्तिभाव पूर्वक धूमधाम के साथ आयोजित हुआ। जहाँ भक्तों ने पूरे भक्तिभाव पूर्वक प्रभु की आराधना की। आयोजित कार्यक्रम में सर्वप्रथम प्रातः प्रभु का अभिषेक, पूजन हुआ। इसके पश्चात शांतिधारा का सौभाग्य पुण्यार्जक परिवार श्रीमान अजय कुमार जी जैन, धर्मपत्नी - श्रीमती विमलेश जी जैन सपरिवार, आरा/पटना को प्राप्त हुआ।

भगवान नमिनाथ स्वामी के जन्म एवं तप कल्याणक के पावन अवसर पर मन्दिर के बाहरी प्रांगण को तोरण आदि से खूबसूरत तरीके से सजाया गया था। श्री मिथिलापुरी तीर्थ के प्रबंधक सोनू जैन एवं उपप्रबंधक पंकज जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि श्री मिथिलापुरी तीर्थ की पुनर्स्थापना के बाद से ही तीर्थ यात्रियों का आवागमन तीर्थ पर बढ़ा है जिन्हें भी तीर्थ की जानकारी प्राप्त हो रही है वे दर्शन हेतु मिथिलाधाम पहुँच रहे है। मन्दिर एवं यात्रियों के ठहराव हेतु कमरें का निर्माण कार्य तीव्र गति से चल रहा है।

देश भर के सभी जैन धर्मावलंबियों से निवेदन है कि तीर्थ विकास हेतु अधिक से अधिक सहयोग करें ताकि निर्माण कार्य को गति मिल सके।

श्री मिथिलापुरी तीर्थ सम्पर्क सूत्र -
9155046125 (सोनू जैन)
8540074584 (पंकज जैन)

संकलनकर्ता - रवि कुमार जैन - राजगीर


2 years ago

By : Shree Mithilapuri Ji Digamber Jain Teerth Kshetra