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जैन कल्याणक क्षेत्र

जय जिनेंद्र।

"जैन कल्याणक क्षेत्र" नामक पुस्तक एक छोटी सा प्रयास है जिसमें जैन धर्म के तीर्थ क्षेत्रों के बारे में सचित्र जानकारी और उन्हें यात्रा करने के लिए प्रेरणा दी जाती है। इस पुस्तक में 120 कल्याणक और उनके संयोग के वर्णन के साथ-साथ पंच कल्याणक, सोलह कारण भावनाएं, अष्ट प्रतिहार्य, धर्मशाला, भोजन व्यवस्था, जैन मंदिरों की जानकारी, रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट की जानकारी भी दी गई है। इसके अलावा, पुस्तक में प्राचीन भजन, गाथाएं, श्लोक, वाक्य और प्रश्नोत्तरी भी है। यह पुस्तक जैन धर्म की महिमा को प्रदर्शित करने और तीर्थ यात्रियों को मार्गदर्शन करने का प्रयास है।

पुस्तक के लिए संपर्क करें 

+91 7505068516

श्री गणेश वर्णी दिगम्बर जैन संस्थान नरिया वाराणसी


एक वर्ष पहले

By : श्री गणेश वर्णी दिगंबर जैन संस्थान

जैन कल्याणक क्षेत्र

जय जिनेंद्र।

"जैन कल्याणक क्षेत्र" नामक पुस्तक एक छोटी सा प्रयास है जिसमें जैन धर्म के तीर्थ क्षेत्रों के बारे में सचित्र जानकारी और उन्हें यात्रा करने के लिए प्रेरणा दी जाती है। इस पुस्तक में 120 कल्याणक और उनके संयोग के वर्णन के साथ-साथ पंच कल्याणक, सोलह कारण भावनाएं, अष्ट प्रतिहार्य, धर्मशाला, भोजन व्यवस्था, जैन मंदिरों की जानकारी, रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट की जानकारी भी दी गई है। इसके अलावा, पुस्तक में प्राचीन भजन, गाथाएं, श्लोक, वाक्य और प्रश्नोत्तरी भी है। यह पुस्तक जैन धर्म की महिमा को प्रदर्शित करने और तीर्थ यात्रियों को मार्गदर्शन करने का प्रयास है।

पुस्तक के लिए संपर्क करें 

+91 7505068516

श्री गणेश वर्णी दिगम्बर जैन संस्थान नरिया वाराणसी


एक वर्ष पहले

By : Shri Ganesh Varni Digamber Jain Sansthan