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ancient heritage

Ancient Heritage Restoration Cooperation

Jai Jinendra with regards to all

Baal Brahmachari Madhur Bhaiya ji who is currently seated as Kshullak Shri Savinay Sagar ji after being initiated by Guruji, under his direction, with the active efforts of Jain Heritage Center Madurai and with the cooperation of all of you *Jain Sangh Pune* So far, more than 600 direction indicator pillars have been installed in more than 200 areas in Tamil Nadu through this, a series of pilgrimage protection started by removing unauthorized occupation from the movement of pilgrims. In this sequence the mountains  But the engraved Bhagwan ji and praise are protected from anti-social elements by the grill  The work has been started.
Last year, the God engraved on the Anandamangalam hill has been protected by the grill, in the same sequence now Thondur Hill, Tamil Nadu  To be protected by the grill. Pictures of the area are being sent with this message, the estimated expenditure for this work is around Rs.4 lakhs, please donate freely to get such great ancient areas safe.
Donations made to Jain Sangh Pune can be claimed as income tax exemption under section 80C.

 


1 year ago

By : Jain Sangh Pune

प्राचीन धरोहर

प्राचीन धरोहर जीर्णोद्वार सहयोग

सभी को सादर जय जिनेन्द्र

बाल ब्रह्मचारी मधुर भैया जी जो वर्तमान में गुरूजी से दीक्षित होकर क्षुल्लक श्री सविनय सागर जी के रूप में विराजमान है, उनके निर्देशन से, जैन हेरिटेज सेण्टर मदुरई के सक्रिय प्रयासों से और आप सभी के सहयोग से *जैन संघ पुणे* के माध्यम से तमिलनाडु में अभी तक २०० से अधिक क्षेत्रों में ६०० से अधिक दिशा सूचक स्तंभ लगे, उससे तीर्थयात्रियों के आवागमन से अनाधिकृत कब्जे हटने से तीर्थ सरंक्षण की एक श्रृंखला प्रारम्भ हुई। इसी क्रम में पहाड़ों  पर उत्कीर्ण भगवान जी एवं प्रशस्ति को ग्रिल द्वारा असामाजिक तत्वों से सुरक्षित  करने के कार्य प्रारम्भ किया गया है।
पिछले वर्ष आनंदमंगलम पहाड़ी पर उत्कीर्ण भगवान जी का ग्रिल द्वारा सरंक्षण किया गया है, इसी क्रम में अभी Thondur Hill, तमिलनाडु को  ग्रिल द्वारा संरक्षित किया जाना है। क्षेत्र के चित्र इस सन्देश के साथ भेजे जा रहे है, इस कार्य अनुमानित व्यय लगभग ४ लाख रूपये है, कृपया मुक्त हस्त से दान देकर ऐसे महान प्राचीन क्षेत्रो को सुरक्षित करवाए।
जैन संघ पुणे को दिए गए दान पर आयकर धारा ८०ग के अंतर्गत छूट प्राप्त की जा सकती है।

 


1 year ago

By : Jain Sangh Pune