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अक्षय तृतीया पर्व

ध्यानोदय तीर्थ बालीचा उदयपुर मे आज हुआ गन्ने 108 कलश के रस का अभिषेक और गुरु माँ के पंच अमृत से पाद प्रक्षालन -आज अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर आज प्रातः 7बजे ध्यानोदय तीरथ पर शुद्ध ताज़ा गन्ने के रस का 108 चांदी के कलश मे हुआ भव्य अभिषेक इन्द बन कर प्रथम स्वर्ण कलश से अभिषेक श्री मति नेहा कोड़िआ ने और उसके बाद कर्म से चांदी के 108कलश से 108 महिलाओ दवरा किया गया अभिषेक!आज इस विशेष दिन और था गुरु के जैन परम्परा के आर्यिका के सेर्वोच्च पद का आरोहन दिवस उस पर सभी सोचने लगे की यह पुण्य तो मे ही लुगा पर इस पुण्य का लाभ मिला श्री मति सुनीता राजकुमार जी धन्नावत को 45000हजार न्योछावर मे आगे प्रभु पर महा शांति धारा का न्योछावर 15111मे श्री मति विमला महावीर जी प्रीती अनमोल टिमरवा तो मुलनायक पर श्री मति मोनिका सुनील जी गोदावतने लाभ लिया!ऐसा प्रतीत हो रहा था हर इंद्र चाहता की मे यह पुण्य अनुबंध का मौका ना रह जाय!सभी को गुरु माँ ने आशीर्वाद देते हुए कहा आज का पर्व ऐसा है इस दिन किसी या तीर्थ साधु सेवा मे जौ दान निकाल कर पुण्य अर्जन करता है उसका कभी धन क्षय नही होता बस बिश्वास से आस्था से पुण्य बंध हो जाता है हमारे गुरु ने आज से 16वर्ष पूर्ब हमें इस मार्ग मे जौ आर्यिका का सेर्वोच्च पद है प्रदान कर धर्म मार्ग मे और आगे बढने को प्रेरित किया और हुम् आज आप सब को मार्ग मे जोड़ने का प्रयास कर रहे है और आप पुण्य प्राप्त कर रहे यह सबसे बड़ा हमारा पुण्य है की आप किसी ऐसे मार्ग मे नही गए जहाँ पाप का बंध होता!आओ आप और हुम् सब मिल कर प्रभु की भक्ती आराधना करे और अपने अच्छे कर्म का बंध कर मोक्ष मार्ग को कर प्राप्त कर सको!


एक वर्ष पहले

By : श्री ध्यानोदय तीर्थ क्षेत्र

अक्षय तृतीया पर्व

ध्यानोदय तीर्थ बालीचा उदयपुर मे आज हुआ गन्ने 108 कलश के रस का अभिषेक और गुरु माँ के पंच अमृत से पाद प्रक्षालन -आज अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर आज प्रातः 7बजे ध्यानोदय तीरथ पर शुद्ध ताज़ा गन्ने के रस का 108 चांदी के कलश मे हुआ भव्य अभिषेक इन्द बन कर प्रथम स्वर्ण कलश से अभिषेक श्री मति नेहा कोड़िआ ने और उसके बाद कर्म से चांदी के 108कलश से 108 महिलाओ दवरा किया गया अभिषेक!आज इस विशेष दिन और था गुरु के जैन परम्परा के आर्यिका के सेर्वोच्च पद का आरोहन दिवस उस पर सभी सोचने लगे की यह पुण्य तो मे ही लुगा पर इस पुण्य का लाभ मिला श्री मति सुनीता राजकुमार जी धन्नावत को 45000हजार न्योछावर मे आगे प्रभु पर महा शांति धारा का न्योछावर 15111मे श्री मति विमला महावीर जी प्रीती अनमोल टिमरवा तो मुलनायक पर श्री मति मोनिका सुनील जी गोदावतने लाभ लिया!ऐसा प्रतीत हो रहा था हर इंद्र चाहता की मे यह पुण्य अनुबंध का मौका ना रह जाय!सभी को गुरु माँ ने आशीर्वाद देते हुए कहा आज का पर्व ऐसा है इस दिन किसी या तीर्थ साधु सेवा मे जौ दान निकाल कर पुण्य अर्जन करता है उसका कभी धन क्षय नही होता बस बिश्वास से आस्था से पुण्य बंध हो जाता है हमारे गुरु ने आज से 16वर्ष पूर्ब हमें इस मार्ग मे जौ आर्यिका का सेर्वोच्च पद है प्रदान कर धर्म मार्ग मे और आगे बढने को प्रेरित किया और हुम् आज आप सब को मार्ग मे जोड़ने का प्रयास कर रहे है और आप पुण्य प्राप्त कर रहे यह सबसे बड़ा हमारा पुण्य है की आप किसी ऐसे मार्ग मे नही गए जहाँ पाप का बंध होता!आओ आप और हुम् सब मिल कर प्रभु की भक्ती आराधना करे और अपने अच्छे कर्म का बंध कर मोक्ष मार्ग को कर प्राप्त कर सको!


एक वर्ष पहले

By : Shri Dhyanodya Tirth Kshetra