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Baba with superfluous mounds: Digambar Jain Atishaya Kshetra Shri Mahavirji is situated in Naurangabad Chandangaon on the west bank of Gambhir river in Hindaun subdivision under Karauli district of Rajasthan. About 450 years ago in Naurangabad, Chandangaon, the milk of a tanner's cow used to automatically spring up on a mound near the Gambhir river bank every day. One night the tanner had a dream that there is a very miraculous statue on the mound on which the cow goes to graze every day. This cow offers its milk there. Seeing the scene made him want to dig the mound. On digging the mound, the idol of Lord Mahavir came out. Shri Mahavirji, who has this golden history of 450 years, has been representing Jainism since ages. The faith of the devotees also increased with the passage of time like an aura of gold. The consecration of the superlative statue became the great festival of this century. This is the heritage of the times, which contains the wealth of faith and faith. Today Sangeen society is benefited by many schemes and efforts in the pride of Jainism. This is the victory of Mahavira's principles.
अतिशयकारी टीले वाले बाबा : दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र श्री महावीरजी राजस्थान के करौली जिले के अंतर्गत हिंडौन उपखण्ड में गंभीर नदी के पश्चिमी तट पर नौरंगाबाद चांदनगांव में स्थित है। लगभग 450 वर्ष पूर्व नौरंगाबाद चांदनगांव में एक चर्मकार की गाय का दूध प्रतिदिन गंभीर नदी तट के पास एक टीले पर स्वतः ही झर जाया करता था। एक रात चर्मकार को स्वप्न आया कि जिस टीले पर गाय रोज चरने जाती है उस स्थान पर अत्यंत चमत्कारी प्रतिमा है। यह गाय अपना दूध वहीं अर्पित करती है। दृश्य देखकर उसे टीले को खोदने की इच्छा हुई। टीले को खोदने पर भगवान महावीर की प्रतिमा निकली। 450 वर्ष के अपने इस स्वर्णिम इतिहास को समेटे श्री महावीरजी युगों युगों से जैन धर्म का प्रतिनिधित्व कर रहा है। श्रद्धालुओं की आस्था भी समय के साथसाथ स्वर्ण की आभा की तरह बढ़ती गयी। अतिशयकारी प्रतिमा का अभिषेक इस सदी का महामहोत्सव बन गया। यह समय की वो विरासत है जिसमें श्रद्धा और आस्था की सम्पदा समाहित हैं। जैन धर्म के गौरव क्षेत्र में अनेकानेक योजनाओं और प्रयासो से आज संगीन समाज लाभान्वित है। यह महावीर के सिद्धान्तों की विजय हैं।
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Post : Shri Mahaveerji,
Distt : Karauli,
Shri Mahaveer Ji,
Rajasthan,
322220
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Digamber
Temple