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April 30 2023 06:30 pm To April 30 2023 09:00 pm

महा आरती

                      श्री महावीराय नमः

         जन जागरण महाआरती शुभारंभ। 

स्थान :- जैन तीर्थ वीरोदय निर्माण विहार दिल्ली - 92

मंगल सान्निध्य - मनोज्ञ मुनि , राष्ट्रसंत, महायोगी उपाध्याय श्री 108 गुप्तिसागर जी मुनिराज की पावन प्रेरणा आशीर्वाद से जन जागरण महा-आरती शुभारंभ. 

महा-आरती के इस पावन अवसर पर आप सभी सहभागी बन सपरिवार सादर आमंत्रित है.।

 

                            उद्देश्य

महाआरती अभियान का उद्देश्य पंच परमेष्ठी के प्रति विनम्रता का भाव रखते हुए भगवान महावीर स्वामी के संदेशों को जन-जन तक पहुंचाना है। जैसे हम अपने गुरुजनों के प्रति सम्मान का भाव रखते हैं, वैसे ही भाव और ऊंची सोच प्रत्येक सामाजिक बंधु के प्रति रखते हुए समता भाव के साथ पारस्परिक संबंधों को सुदृढ़ बनाना है। जाति और संप्रदाय से परे जन-जीवन का विकास कर प्रत्येक व्यक्ति की मूलभूत आवश्यकताओं को यथासंभव पूर्ण करने का प्रयास करना है।

इस महाआरती में आरती प्रतियोगिता भी रखी गई है, तीन सबसे अच्छी आरती का चयन किया जाएगा और प्रथम, द्वितीय व तृतीय आरती को पुरस्कृत किया जाएगा, इसलिए आप सभी लोग अपने घर से आरती बनाकर लाए, अन्य लोग भी अपने घर से दीपक लेकर आए और आरती में सम्मिलित होकर धर्म लाभ प्राप्त करे. आरती के लिए दीपक की व्यवस्था मंदिर जी में भी की गई है.

एक दिया आपके नाम

गाय और सिंह को मिलकर पानी पीने दो..

बिखरे मोतियों को एकता में पिरोने दो..

भगवान् महावीर की अहिंसा पुकारती है.. 

आज खुद जियो और औरों को भी जीने दो..

                      श्री महावीराय नमः

         जन जागरण महाआरती शुभारंभ। 

स्थान :- जैन तीर्थ वीरोदय निर्माण विहार दिल्ली - 92

मंगल सान्निध्य - मनोज्ञ मुनि , राष्ट्रसंत, महायोगी उपाध्याय श्री 108 गुप्तिसागर जी मुनिराज की पावन प्रेरणा आशीर्वाद से जन जागरण महा-आरती शुभारंभ. 

महा-आरती के इस पावन अवसर पर आप सभी सहभागी बन सपरिवार सादर आमंत्रित है.।

 

                            उद्देश्य

महाआरती अभियान का उद्देश्य पंच परमेष्ठी के प्रति विनम्रता का भाव रखते हुए भगवान महावीर स्वामी के संदेशों को जन-जन तक पहुंचाना है। जैसे हम अपने गुरुजनों के प्रति सम्मान का भाव रखते हैं, वैसे ही भाव और ऊंची सोच प्रत्येक सामाजिक बंधु के प्रति रखते हुए समता भाव के साथ पारस्परिक संबंधों को सुदृढ़ बनाना है। जाति और संप्रदाय से परे जन-जीवन का विकास कर प्रत्येक व्यक्ति की मूलभूत आवश्यकताओं को यथासंभव पूर्ण करने का प्रयास करना है।

इस महाआरती में आरती प्रतियोगिता भी रखी गई है, तीन सबसे अच्छी आरती का चयन किया जाएगा और प्रथम, द्वितीय व तृतीय आरती को पुरस्कृत किया जाएगा, इसलिए आप सभी लोग अपने घर से आरती बनाकर लाए, अन्य लोग भी अपने घर से दीपक लेकर आए और आरती में सम्मिलित होकर धर्म लाभ प्राप्त करे. आरती के लिए दीपक की व्यवस्था मंदिर जी में भी की गई है.

एक दिया आपके नाम

गाय और सिंह को मिलकर पानी पीने दो..

बिखरे मोतियों को एकता में पिरोने दो..

भगवान् महावीर की अहिंसा पुकारती है.. 

आज खुद जियो और औरों को भी जीने दो..

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