श्री पार्श्वनाथ भगवान जन्म कल्याणक महोत्सव
!! श्री पार्श्वनाथाय नमः !!
∆★ पौष कृष्ण दशमी, 23वें तीर्थंकर श्री श्री 1008 पार्श्वनाथ भगवान जी के जन्म कल्याणक महोत्सव के उपलक्ष्य पर आचार्य सुशील आश्रण, नई दिल्ली की सकल जैन समाज को हार्दिक बधाई एवं सुभकामनाये ★∆
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भगवान पार्श्वनाथ जी जैन धर्म के 23वें तीर्थंकर है । प्रभु पार्श्वनाथ जी का जन्म पौष कृष्ण दशमी के दिन तुला राशि, विशाखा नक्षत्र में वाराणसी नगर के इक्ष्वाकु वंश के राजा अश्वसेन की धर्मपत्नी राणी वामादेवी के गर्भ से हुआ था ।
प्रभु पार्श्वनाथ जी का प्रतीक चिह्न सर्प है , प्रभु की देह का रंग नीलवर्ण था तथा उनके शरीर प्रमान 9 हाथ का था । प्रभु के यक्ष का नाम धरणेन्द्र देव तथा यक्षिणी का नाम पद्मावती देवी है ।
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!! श्री पार्श्वनाथाय नमः !!
∆★ पौष कृष्ण दशमी, 23वें तीर्थंकर श्री श्री 1008 पार्श्वनाथ भगवान जी के जन्म कल्याणक महोत्सव के उपलक्ष्य पर आचार्य सुशील आश्रण, नई दिल्ली की सकल जैन समाज को हार्दिक बधाई एवं सुभकामनाये ★∆
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भगवान पार्श्वनाथ जी जैन धर्म के 23वें तीर्थंकर है । प्रभु पार्श्वनाथ जी का जन्म पौष कृष्ण दशमी के दिन तुला राशि, विशाखा नक्षत्र में वाराणसी नगर के इक्ष्वाकु वंश के राजा अश्वसेन की धर्मपत्नी राणी वामादेवी के गर्भ से हुआ था ।
प्रभु पार्श्वनाथ जी का प्रतीक चिह्न सर्प है , प्रभु की देह का रंग नीलवर्ण था तथा उनके शरीर प्रमान 9 हाथ का था । प्रभु के यक्ष का नाम धरणेन्द्र देव तथा यक्षिणी का नाम पद्मावती देवी है ।
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